Ganesh Chaturthi 2024: इस तरह करें प्रथमेश की पूजा, क्या आपको पता है गणेश चतुर्थी मनाने के पीछे का पौराणिक महत्व?
Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त या सितंबर माह में पड़ता है। इस साल गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को है। गणेश चतुर्थी मनाने के पीछे कई पौराणिक महत्व हैं।
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्म का दिन माना जाता है, जो भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को हुआ था। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना जाता है, जो सभी बाधाओं और विघ्नों को दूर करते हैं। भगवान गणेश को बुद्धि और ज्ञान का देवता माना जाता है, जो सभी जीवों को ज्ञान और बुद्धि प्रदान करते हैं।
भगवान गणेश को प्रथम पूज्य माना जाता है, जो सभी देवताओं से पहले पूजे जाते हैं। गणेश चतुर्थी को शुभ शुरुआत का दिन माना जाता है, जो नए कार्यों और उद्यमों की शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है। इन पौराणिक महत्वों के कारण, गणेश चतुर्थी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार माना है, जो भगवान गणेश की पूजा और आराधना के लिए मनाया जाता है।
पूजा करने की विधि इस प्रकार है
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
घर के मंदिर में या पूजा स्थल पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
मूर्ति को स्नान कराएं और नए वस्त्र पहनाएं।
भगवान गणेश को उनके प्रिय भोग जैसे मोदक, लड्डू, और फल चढ़ाएं।
धूप, दीप, और अगरबत्ती से पूजा करें।
भगवान गणेश के मंत्र जैसे “ओम गणेशाय नमः” और “ओम गणपतये नमः” का जाप करें।
पूजा के बाद आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
भगवान गणेश की मूर्ति को 10 दिन तक घर में रखें और पूजा करें, और फिर विसर्जन करें।